[1] प्लाज़्मा (Plasma)यह सामान्य रूप से रंगहीन किन्तु अधिक मात्रा के कारण पीले रंग का निर्जीव, स्वच्छ, पारदर्शक तरल पदार्थ है, जो रुधिर का आन्तरकोशीय मैट्रिक्स या आधारभूत तरल (intercellular matrix or यो ground fluid) होता है। प्लाज़्मा रुधिर का लगभग 55-60% भाग तथा शरीर के कुल भार का लगभग 5% अर्थात् किसी स्वस्थ मनुष्य के शरीर में प्लाज़्मा लगभग 3.5 लीटर भाग बनाता है। सामान्य रूप से प्लाज़्मा में 90% जल तथा 10% भाग में कार्बनिक पदार्थ (प्रोटीन, शर्करा, वसा एवं अन्य संवहनीय पदार्थ) तथा प्रमुख अकार्बनिक लवण (सोडियम बाइकार्बोनेट, मैग्नीशियम क्लोराइड आदि) उपस्थित होते हैं। अकार्बनिक लवणों की उपस्थिति के कारण प्लाज़्मा हल्का-सा क्षारीय (alkaline, pH 7.4) होता है। अकार्बनिक लवण आयनों के रूप में होते हैं
रुधिर प्लाज्मा के कार्य (Functions of Plasma) अन्य कार्बनिक पदार्थ प्लाज्मा के प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं। - 1. परिवहन में सहायक। 2. द्रव की मात्रा को रुधिर में नियन्त्रित रखन 3. रुधिर की हानि को नियन्त्रित करना। 4. प्रतिरक्षा का दायित्व निभाना। 5. रुधिर की pH को नियन्त्रित करना। 6. शरीर में ताप वितरण में सहायक। 7. उत्सर्जी पदार्थों के निष्कासन में सहायक। 8. कार्बन डाइऑक्साइड का निस्तारण करना।
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