डेंगू बुखार (DENGUE FEVER)
डेंगू बुखार (dengue fever) को सामान्यतः अस्थि भंग बुखार (break bone fever) के नाम से भी जाना जाता है। डेंगू ज्वर एक भयानक फ्लू-सदृश बीमारी है। यह उष्णकटिबन्धीय (tropical) क्षेत्र का रोग है, जो डेंगू विषाणु (dengue virus) से फैलता है। डेंगू ज्वर (बुखार) एडिस इजिप्टी (Aedes aegypti) नामक मच्छर से फैलता है। बुखार आना, सिर दर्द, पेशियों व जोड़ों में दर्द इसके प्रमुख लक्षण है। साथ ही त्वचा पर विशेष निशान/चकत्ते (rashes) पड़ते हैं, जिनकी तुलना खसरा (measles) से की जाती है। यह रोग अत्यन्त घातक हिए हीमोरेहजिक बुखार (haemorrhagic fever) उत्पन्न करता है जिसके परिणामस्वरूप रुधिर स्राव (bleeding), रुधिर प्लेटलेट्स (blood platelets) की संख्या में गिरावट तथा रुधिर प्लाज्मा (blood plasma) निकलने (leakage) की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। (Symptoms of Dengue Fever) जब संक्रमित डेंगू मच्छर (A. aegypti) काटता है, तो रोगी में 14 दिनों के अन्दर या उसके पश्चात डेंगू बुखार के लक्षण दर्शित होते हैं। डेंगू बुखार के प्रमुख लक्षण निम्नवत् होते हैं- 1. पीड़ित रोगी को तेज ठण्ड लगती है और बुखार आता है। 2. पीड़ित रोगी के सिर में दर्द हो जाता है। 3. पीड़ित रोगी की आँखों में दर्द होता है। 4. पीड़ित रोगी को बदन दर्द व जोड़ों में दर्द होता है। 5. पीड़ित व्यक्ति का जी मचलाता है व उल्टी आती है। 6. पीड़ित रोगी को भूख नहीं लगती है। 7. पीड़ित रोगी को दस्त लग जाते हैं। 8. पीड़ित व्यक्ति की त्वचा पर लाल चकत्ते बन जाते है। . 9. डेंगू हीमोरेहजिक बुखार (haemorrhagic fever) की गम्भीर स्थिति में आँख तथा नाक में से रक्त भी निकलने की सम्भावना रहती. डेंगू मच्छर की विशेषताएँ (Special Features of Aedes aegypti Mosquito) इसकी विशेषताएँ निम्नलिखित हैं - 1. डेंगू मच्छर दिन के समय अधिक सक्रिय होता है। 2. डेंगू मच्छर के शरीर पर चीते सदृश धारियाँ होती हैं। 3. डेंगू मच्छर अधिक ऊँचाई तक उड़ने में सक्षम नहीं होते हैं। 4. डेंगू मच्छर शीतल व छायादार स्थानों पर रहना अधिक पसन्द करते हैं।डेंगू मच्छर पर्दों (curtains) के पीछे या अंधेरे स्थानों पर छिपकर रहते हैं। 6. डेंगू मच्छर घर के भीतर रखे शीतल जल में प्रजनन करते हैं। 7. डेंगू मच्छर अपने प्रजनन क्षेत्र के लगभग 200 मीटर की दूरी तक ही उड़ते हैं।
Comments
Post a Comment